नए और अप्रत्याशित विषयों पर लेखन
(अभिव्यक्ति और माध्यम)
प्रश्न बैंक
1. अप्रत्याशित शब्द का क्या अर्थ होता है?
2. पारंपरिक और अप्रत्याशित विषयों में अंतर को सूचीबद्ध करें|
3. अप्रत्याशित विषयों पर लेखन से लाभ बताइए|
4. अप्रत्याशित विषयों पर लेखन के विषय क्या क्या हो सकते है?
5. अप्रत्याशित विषयों के लेखन से संबंधित महत्वपूर्ण बातें लिखिए|
6. अधूरे वाक्यों को अपने शब्दों में पूरा करें-
हम नया सोचने-लिखने का प्रयास नहीं करते क्योंकि……
लिखित अभिव्यक्ति की क्षमता का विकास नही होता है क्योंकि.....
हमें विचार प्रवाह को थोड़ा नियंत्रित रखना पड़ता है क्योंकि……..
लेखन के लिए पहले उसकी रूपरेखा स्पष्ट होनी चाहिए क्योंकि.......
लेख में ‘मैं’ शैली का प्रयोग होता है क्योंकि......
7. निम्नलिखित विषयों पर अपने विचार दो से तीन सौ शब्दों में लिखें-
सावन की पहली झड़ी
एक कामकाजी औरत की शाम
झरोखे से बाहर
इम्तहान के दिन
दिया और तूफान
मेरे मुहल्ले का चौराहा
मेरा प्रिय टाइमपास
8. घर से स्कूल तक के सफर में आज आपने क्या-क्या देखा और अनुभव किया? लिखें और अपने
लेख को एक अच्छा-सा शीर्षक भी दें|
9. अपने आसपास की किसी ऐसी चीज पर लगभग 200 शब्दों में एक लेख लिखे, जो आपको किसी
वजह से वर्णनीय प्रतीत होती हो| वह कोई चाय की दुकान हो सकती है, कोई सैलून हो सकता
है,कोई खोमचेवाला हो सकता है या किसी खास दिन पर लगने वाला हाटबाजार हो सकता है| विषय
का सही अंदाजा देनेवाला शीर्षक अवश्य दें|
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